17 जून, मंगलवार को Air India की एक और फ्लाइट रद्द कर दी गई, यह निर्णय अतिरिक्त सेफ्टी चेक्स के तहत लिया गया।
Air India की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट AI143 (Delhi to Paris) को mandatory pre-flight checks के दौरान कुछ तकनीकी समस्याएं मिलने के कारण कैंसिल कर दिया गया।
Air India के प्रवक्ता ने कहा:
17 जून की फ्लाइट AI143 (Delhi से Paris) रद्द कर दी गई है। प्री-फ्लाइट चेक्स में जो दिक्कत सामने आई है, उस पर काम किया जा रहा है। लेकिन चूंकि यह फ्लाइट Paris Charles de Gaulle (CDG) एयरपोर्ट के नाइट ऑपरेशन प्रतिबंध के अंतर्गत आती थी, इसलिए इसे रद्द करना पड़ा… यात्रियों को होटल में ठहरने की सुविधा दी जा रही है। साथ ही, पूरी राशि का रिफंड या complimentary rescheduling का विकल्प भी उपलब्ध है।
इसके साथ ही, Paris से Delhi आने वाली फ्लाइट AI142 को भी रद्द कर दिया गया है।
मंगलवार को दूसरी रद्द की गई Air India Flight
इससे पहले आज ही, Ahmedabad से London Gatwick जाने वाली AI159 फ्लाइट को भी कैंसिल किया गया। Ahmedabad एयरपोर्ट के एक अधिकारी के अनुसार, यह निर्णय Boeing 787-8 Dreamliner aircraft की अनुपलब्धता और airspace restrictions के कारण लिया गया।
Air India ने स्पष्ट किया:
“फ्लाइट AI159 को किसी तकनीकी खराबी के कारण नहीं, बल्कि लंबी turnaround प्रक्रिया और अतिरिक्त सुरक्षा जाँचों के चलते रद्द किया गया है।”
San Francisco से Mumbai जा रही फ्लाइट में भी Technical Issue
Air India की एक और इंटरनेशनल फ्लाइट — San Francisco to Mumbai — को भी Kolkata के Netaji Subhash Chandra Bose Airport पर रोकना पड़ा। यात्रियों को फ्लाइट से उतारा गया क्योंकि एक इंजन में तकनीकी खराबी पाई गई।
हाल में कई Air India फ्लाइट्स में आई दिक्कतें
Ahmedabad क्रैश के बाद से Air India की कई इंटरनेशनल फ्लाइट्स को या तो रद्द किया गया है या mid-air से वापस लौटाया गया है।
- सोमवार को तीन 787 Dreamliners (Air India, British Airways, Lufthansa) को टेकऑफ के बाद origin airports पर वापस लौटना पड़ा।
- इनमें शामिल थे:
- AI315 (Hong Kong to Delhi) – 15 मिनट में वापस लौटी technical issue के कारण।
- British Airways (London to Chennai) – लौटी technical snag के चलते।
- Lufthansa (Frankfurt to Hyderabad) – Bomb Threat के कारण लैंडिंग परमिशन नहीं मिली।
निष्कर्ष
Air India की इंटरनेशनल फ्लाइट्स में लगातार आ रही तकनीकी समस्याएं यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं। एयरलाइंस को चाहिए कि वो मेंटेनेंस और सुरक्षा प्रक्रियाओं को और मजबूत करें।